गृह जनपद में तैनाती का सपना दिखा पुलिस कर्मियों को दूसरे जिले भेजा 

पिथौरागढ़। पुलिस विभाग में तैनात कर्मचारियों से गृह जनपद में ही तैनाती देने का वायदा पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। सीमांत जनपद में ऐसे कई कर्मी कर्मचारी हैं जिनका गृह जनपद होने के बाद भी दूसरे जनपदों में तबादला कर दिया है।डीआईजी कुमाऊं डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बीते रोज 1050 पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण के आदेश जारी किए हैं। इनमें सीमांत जनपद में कार्यरत 65 से अधिक पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। लेकिन इनमें करीब 40 पुलिस कर्मी ऐसे हैं, जो मूलरूप से सीमांत के ही रहने वाले हैं। उनका कहना है कि वर्ष वर्ष 2017-18 में पुलिस विभाग स्थानांतरण नीति में संसोधन हुआ था। जिसके तहत पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, उत्तरकाशी व रुद्रप्रयाग जिलों के पुलिसकर्मियों को उनके गृह जनपद में ही तैनाती दी जाएगी। इसका उद्देश्य पलायन को रोककर पुलिस कर्मियों को रिवर्स पलायन के लिए प्रेरित करने था। बीते कुछ वर्षों तक इस नीति के तहत ही पुलिस कर्मियों को गृह जनपद में ही तैनाती भी दी गई, लेकिन बीते बुधवार हुए तबादलों पर इस नीति को दरकिनार कर गृह जनपद में ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को दूसरे जिलों में स्थानांतरण किया गया है।