इंस्पेक्टर रिश्वत लेकर छोड़ देता आरोपी, नोटों की गड्डी बिछाकर सोने का भी शौकीन, पांच सिपाहियों को दे रखा था वसूली का जिम्मा 

बरेली। फरीदपुर में तैनात एक इंस्पेक्टर ने खाकी को दागदार किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इंस्पेक्टर ने रिश्वत लेकर दो स्मैक तस्करों को थाने से छोड़ दिया। एसएसपी के निर्देश पर एसपी साउथ और सीओ कार्रवाई के लिए थाने पहुंचे तो इंस्पेक्टर दीवार फांदकर फरार हो गया। अफसरों ने इंस्पेक्टर के ऑफिस स्थित कमरे का ताला तोड़कर करीब दस लाख रुपये बरामद किए हैं।इंस्पेक्टर के खिलाफ फरीदपुर थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है और उसे सस्पेंड कर दिया गया है। जिस कमरे से रकम बरामद की गई, उस कमरे को भी सील कर दिया गया है। इस मामले में डील कराने वाले व्यक्ति को भी तलाश किया जा रहा है।फरीदपुर इंस्पेक्टर रामसेवक के निर्देश पर बुधवार रात थाने के चार सिपाही नवदिया अशोक गांव से स्मैक तस्कर आलम, असनूर और नियाज अहमद को पकड़कर थाने लाए। थाने लाने के बाद उन्हें छोड़ने के लिए डील शुरू कर दी गई। सात लाख रुपये में सौदा तय हुआ और रकम लेकर आलम व नियाज को छोड़ दिया गया। असनूर से रकम न बरामद होने पर उसे हवालात में बंद कर दिया गया। इस डील के बारे में एसएसपी अनुराग आर्य को भनक लग गई और उन्होंने एसपी साउथ मानुष पारीक व सीओ फरीदपुर गौरव सिंह को कार्रवाई के निर्देश दिए।गुरुवार सुबह नौ बजे एसपी साउथ और सीओ फरीदपुर ने थाने में छापा मारा तो इंस्पेक्टर रामसेवक ऑफिस स्थित अपने कमरे में ताला डालने के बाद दीवार फांदकर फरार हो गया।इसके बाद अधिकारियों ने उसके कमरे का ताला तोड़ दिया और वहां रखे गद्दे के नीचे से नौ लाख 84 हजार 900 रुपये बरामद हुए। इंस्पेक्टर रामसेवक का सीयूजी और पर्सनल मोबाइल भी उसके कमरे से ही बरामद हुआ।

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पांच पुलिस कर्मियों पर वसूली का जिम्मा

इंस्पेक्टर की वसूली का पूरा खेल थाने के पांच सिपाहियों के जरिये चलता था, जो उसके कारखास थे। मिली जानकारी के अनुसार इंस्पेक्टर राम सेवक ने वसूली के लिए पांच सिपाहियों का रैकेट बना रखा था। थाने में आने वाली शिकायतों पर ये सिपाही काम करते थे और पूरे दिन लोगों को लाकर थाने में बैठाते थे। रात में इन सिपाहियों के जरिये डीलिंग होती थी और वसूली के बाद उन्हें छोड़ दिया जाता था।

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भाजपा के विधायक से रिश्तेदारी की हनक

इंस्पेक्टर रामसेवक एक भाजपा विधायक का रिश्तेदार है। इसके चलते वह भाजपा नेताओं को इस बात की हनक दिखाता था। कुछ भाजपा नेता भी उसके खिलाफ अधिकारियों से शिकायत कर चुके थे, जिसको लेकर अलग से जांच कराई जा रही है। मगर उनमें कार्रवाई होने से पहले ही वह रिश्वतखोरी में पकड़ा गया।

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