पिथौरागढ़/मुनस्यारी। जगत मर्तोलिया ने 24 अगस्त को जिलाधिकारी सहित शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल को पत्र लिखकर 5 सितंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की अपनी मंशा बता दी थी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार जिला अधिकारी के कक्ष के भीतर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल होगी। उन्होंने कहा कि चार साल से हम अनुरोध कर रहे हैं। अनुरोध को हमारी कमजोरी सरकार समझ रही है। उन्होंने कहा कि राजकीय इंटर कॉलेज मुनस्यारी तथा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नमजला में प्रवक्ताओं के रिक्त पदो पर तत्काल नियुक्ति की मांग हजारों बार रख दी है। सरकार तथा विभाग सोया हुआ है। उन्होंने कहा कि बालिका इंटर कॉलेज में तीस साल से विज्ञान के टीचर नहीं होने के कारण कक्षाए नहीं चल पा रही है। बेटिया रोज विज्ञान सहित अन्य प्रमुख विषयों के टीचर नहीं होने के कारण 24 किलो मीटर पैदल चलकर जी.आई.सी. जाती है। अब वहां भी टीचर नहीं है। बालिका इंटर कालेज से लगे 16 ग्राम पंचायतों की बेटिया 30 साल से इस दंश को झेल रही है। उन्होंने कहा कि इस बार हम आर-पार का संघर्ष के लिए तैयार है। हम किसी भी प्रकार का झूठा आश्वासन पर मानने वाले नहीं है। उन्होंने कहा की जिलाधिकारी कक्ष के भीतर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का अर्थ है प्रदेश सरकार के मुखिया के कक्ष के भीतर आंदोलन। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को अब इस तरह के आंदोलनों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार तथा प्रशासन टकराव नहीं चाहता है तो होमवर्क कर चार सितंबर तक दोनों इंटर कॉलेजों में प्रवक्ताओं के रिक्त पदो पर तैनाती कर ले।