पिथौरागढ़। सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के सभी कर्मचारी और शिक्षकों ने रामलीला मैदान में बृहद सभा एवं आक्रोश रैली का आयोजन किया। इसमें जिले के समस्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।
एनएमओपीएस जिलाध्यक्ष बिजेंद्र लुंठी ने कहा पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को विगत एक साल से चरणबद्व आंदोलन चलाया गया है। विगत दिनों शासन स्तर पर हुई वार्ता में हमारे द्वारा प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखी गयी थी, लेकिन सरकार ने उल्टा कर्मचारियों को एनपीएस की जानकारी के संबंध में वर्कशॉप आयोजित करने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ दिया है। जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
राज्य कर्मचारी परिषद के जिलाध्यक्ष प्रदीप भट्ट और पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सौरभ चंद ने एकजुट होने की अपील की।
एनएमओपीस जिला मंत्री मोहित सिंह बिष्ट ने कहा की सभी को एकजुट होकर पुरानी पेंशन बहाली के लिए आगे आना होगा। राजकीय शिक्षक संघ के जिला मंत्री प्रवीण रावल ने वोट फॉर ओ. पी. एस की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि कर्मचारियों और शिक्षक किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन या विरोध नहीं कर रहे है। वे बस उसी का साथ देंगे जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा। सभा में बोलते हुए राज्य कर्मचारी परिषद के जिलाध्यक्ष प्रदीप भट्ट और पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सौरभ चंद, संरक्षक जगत खाती ने सभी से एकजुट होने की अपील की
आक्रोश रैली का संचालन राजकीय शिक्षक संघ के जिला मंत्री प्रवीण रावल द्वारा किया गया सभा को दीपा रावत, ललित शर्मा, राधा चौहान, हरीश पांडे, के एस अधिकारी, जीवन नेगी, हेम पाठक, पंकज तिवारी, गोकुल मखोलिया, योगेश डिमरी, अशोक ठाकुराथी, गिरधर रौतेला, रविन्द्र धामी, कैलाश भट्ट, हिमांशु उपाध्याय, भुपाल सिंह, अजय गोबारी, मनोज वर्मा , सुरेंद्र ग्वासीकोटी, बलवंत बोरा आदि ने संबोधित किया। सभा में रोहित उप्रेती, नवीन महर, अरविंद, प्रमोद जोशी, नीरज जोशी, अशोक, देवेश अवस्थी, जितेंद्र सिंह वल्दिया, जे. पी. वर्मा, त्रिलोचन जोशी, गोविंद भट्ट, मनोज कुमार पाण्डेय, प्रीति वर्मा, जोशी, भूपेंद्र भंडारी, अनिल भट्ट, संजय वर्मा, रवि वल्दिया, आदि मौजूद रहे।
आंदोलन को विधायक मयूख महर, वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन, पूर्व सैनिक जन कल्याण समिति, उत्तराखंड जन उत्थान समिति, ऋषेंद्र महर, महेंद्र लुंठी, मुकेश पंत, दान सिंह वल्दिया, शमशेर सिंह महर, गोपू महर, डी एन भट्ट, राम सिंह बिष्ट, एम. सी. जोशी, रघुबर दत्त पुनेठा, ललित शाह, गिरीश चंद्र जोशी, जीवन वर्मा ने अपना समर्थन दिया।