ड्रग्स के सौदागरों पर कुमाऊं पुलिस का शिकंजा, 645 नशीले इंजेक्शनों के साथ दो गिरफ्तार

हल्द्वानी (नैनीताल)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ‘ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में कुमाऊं पुलिस ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल के नेतृत्व में चलाए जा रहे सघन अभियान के तहत रेंज एसओटीएफ और नैनीताल पुलिस की संयुक्त टीम ने 645 नशीले इंजेक्शनों के साथ दो ड्रग तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के लिए एक कड़ा संदेश है।

ई-रिक्शा से हो रही थी नशे की खेप की तस्करी

​बीती रात एसओटीएफ प्रभारी दीपा अधिकारी और बनभूलपुरा थाना के एसआई नीरज चौहान के नेतृत्व में पुलिस टीम गोला बाईपास रोड स्थित स्लाटर हाउस के पास संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान गोला पुल की ओर से आ रहे एक ई-रिक्शा को पुलिस टीम ने रोकने की कोशिश की तो चालक ने अचानक उसे वापस मोड़ना शुरू कर दिया। शक होने पर पुलिस ने घेराबंदी कर ई-रिक्शा को रोका और उसमें सवार दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया।
​पूछताछ में उन्होंने अपनी पहचान मजहर खान उर्फ सोनू (35) और फैसल कुरैशी (35) के रूप में बताई। दोनों बनभूलपुरा, नैनीताल के रहने वाले हैं।

बरामदगी और कानूनी कार्रवाई

तलाशी के दौरान, मजहर खान के नारंगी रंग के बैग से 295 ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड इंजेक्शन और फैसल कुरैशी के बैग से 350 इंजेक्शन बरामद हुए। कुल मिलाकर 645 नशीले इंजेक्शन जब्त किए गए। इसके अलावा, तस्करी में इस्तेमाल किया गया ई-रिक्शा भी पुलिस ने कब्जे में लिया।
​पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत बनभूलपुरा थाने में केस दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया है।
​आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल ने इस सफलता पर पुलिस टीम की सराहना करते हुए कहा, “यह बरामदगी सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि हमारे युवाओं को नशे के चंगुल से बचाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। ड्रग माफियाओं को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।”