पिथौरागढ़। आगामी 27 से 29 अगस्त तक पिथौरागढ़ के मोस्टमानू में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय ऐतिहासिक मेले की तैयारियों की समीक्षा जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में एक बैठक में की गई। इस बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों को मेले की सफलता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने विकास से जुड़े विभागों को मेले में अपने स्टॉल लगाकर सरकारी योजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुँचाने का निर्देश दिया। लोक निर्माण विभाग को मेले से पहले चण्डाक से मोस्टमानू तक के सड़क मार्ग को दुरुस्त करने का आदेश दिया गया।
जल संस्थान को मेले के दौरान प्रतिदिन दो टैंकर पेयजल उपलब्ध कराने और नलों से आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया। पुलिस विभाग को ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने, जबकि नगर निगम और जिला पंचायत को मेले में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
मेला समिति को मेले की सुचारु व्यवस्था के लिए स्वयंसेवक (वॉलंटियर्स) तैनात करने, सीसीटीवी कैमरे लगाने, और मंच व पेयजल की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
इस मेले को इको-फ्रेंडली ग्रीन मेला के रूप में आयोजित करने का फैसला लिया गया है, जिसमें सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। जिलाधिकारी ने यूपीसीएल को निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाए रखने और एआरटीओ व पुलिस को यातायात व्यवस्था सुचारु रखने के निर्देश भी दिए।
मेला समिति के सदस्य जनार्दन उप्रेती ने बताया कि मेले में कलश यात्रा, डोला उठाई और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।
इस बैठक में अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह, सीएमओ एस.एस. नबियाल, प्रशिक्षु उपजिलाधिकारी आशीष जोशी व वैभव कांडपाल, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, उप प्रभागीय वनाधिकारी राजकुमार, ईओ नगर निगम राजदेव जायसी, पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्य, तथा मेला समिति के सदस्य व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।