धारचूला टनल हादसा: राहत कार्य निर्णायक चरण में,

पिथौरागढ़/ धारचूला। धारचूला के एलागाड़ टनल में फंसे 11 कर्मियों को बाहर निकालने का अभियान मंगलवार को निर्णायक चरण में प्रवेश कर गया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की संयुक्त टीम ने मंगलवार सुबह टनल में प्रवेश कर बचाव और राहत कार्य को गति दे दी है।

​जिला प्रशासन लगातार फंसे हुए कर्मियों से संपर्क में है और सभी 11 लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने बताया कि मंगलवार का दिन बचाव अभियान के लिए महत्वपूर्ण है। टीमों ने मलबा हटाने और फंसे हुए कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एक ठोस रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।

​प्रशासनिक अधिकारियों ने जानकारी दी कि टीमों ने तेजी से काम करते हुए मलबा हटाने का प्रयास शुरू कर दिया है ताकि जल्द से जल्द फंसे हुए कर्मियों तक पहुंचा जा सके। यह राहत कार्य चुनौतीपूर्ण है, लेकिन टीमें पूरे मनोबल के साथ लगी हुई हैं।

​गौरतलब है कि एलागाड़ टनल में यह हादसा टनल का एक हिस्सा ढह जाने के कारण हुआ था, जिसके बाद से ही 11 कर्मी अंदर फंसे हुए हैं। प्रशासन और बचाव दल लगातार उनके संपर्क में हैं और उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

(खबर – सूत्रों के हवालो से)

====================================

ताजा अपडेट –

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की एक संयुक्त टीम ने धारचूला के एलागाड़ टनल में फंसे 11 कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। यह बचाव अभियान भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पैदा हुई चुनौतियों के बावजूद सफलतापूर्वक पूरा किया गया।