अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उन्होंने रूसी तेल खरीदने के लिए भारत पर अभी शुरुआती दौर के प्रतिबंध लगाए हैं और संकेत दिया कि उन्होंने अब तक ”चरण दो या चरण तीन” के तहत प्रतिबंध नहीं लगाये हैं। पोलैंड के राष्ट्रपति करोल नवरोकी के साथ ओवल ऑफिस में द्विपक्षीय बैठक में भाग लेते समय ट्रंप उस समय नाराज हो गये जब उनसे एक पोलिश पत्रकार ने पूछा कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति निराशा और हताशा व्यक्त की थी, लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की।

ट्रंप ने पोलिश पत्रकार से कहा, ”आपको कैसे पता कि कोई कार्रवाई नहीं हुई? चीन के बाद सबसे बड़े खरीदार भारत पर प्रतिबंध लगाना, क्या आप कहेंगे कि कोई कार्रवाई नहीं हुई? इससे रूस को सैकड़ों अरब डॉलर का नुकसान हुआ। आप इसे कोई कार्रवाई नहीं कहेंगे? और मैंने अब तक दूसरा या तीसरा चरण पूरा नहीं किया है। लेकिन जब आप कहते हैं कि कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो मुझे लगता है कि आपको कोई नयी नौकरी ढूंढ लेनी चाहिए।”
ट्रंप ने कहा कि दो सप्ताह पहले उन्होंने कहा था, ”अगर भारत तेल खरीदता है, तो भारत को बड़ी समस्याएं होंगी, और यही होता है। इसलिए, मुझे इसके बारे में मत बताइए।”
जब उनसे चीन की सैन्य परेड में पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की उपस्थिति को लेकर सवाल किया गया और पूछा गया क्या वह मास्को पर द्वितीयक प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं, तो ट्रंप ने कहा, ”मैंने भारत के संबंध में पहले ही ऐसा कर दिया है और हम अन्य चीजों के संबंध में भी ऐसा कर रहे हैं।”
ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ (शुल्क) लगाया है और भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाया है, जिससे भारत पर लगाया गया कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है और यह शुल्क 27 अगस्त से प्रभावी हो गया है।