पिथौरागढ़। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में मासिक स्टाफ बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में राजस्व, परिवहन, आबकारी, पूर्ति समेत विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए।

लंबित मामलों का निस्तारण और राजस्व वसूली
जिलाधिकारी ने तहसील स्तर पर लंबित मामलों की समीक्षा की और सभी एसडीएम व तहसीलदारों को इनका प्राथमिकता के आधार पर निपटारा करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व वसूली में 50% की वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया। इसके अलावा, आबकारी और पुलिस विभागों को जनपद व पर्यटक क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री पर कड़ी रोक लगाने के लिए भी निर्देशित किया गया।
आपदा प्रबंधन की तैयारी
आपदा प्रबंधन की तैयारियों के मद्देनजर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को आपसी तालमेल से काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आपदा के समय त्वरित और सही जानकारी का आदान-प्रदान बहुत जरूरी है, जिसके लिए सूचना तंत्र को मजबूत बनाना होगा। दुर्गम क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों को स्थानीय आईटीबीपी, एसएसबी, बीआरओ और सेना के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने को कहा गया। साथ ही, आपदा प्रबंधन के लिए उपलब्ध उपकरणों की नियमित जांच और सही रखरखाव सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया।
सीएम हेल्पलाइन और जनहित के मामले
बैठक में कानून व्यवस्था, राजस्व वसूली और वाद निस्तारण की भी विस्तार से समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को पुराने मामलों का जल्द निपटारा करने, बड़े बकायेदारों से सख्त वसूली करने और पेंशन, ऑडिट आपत्तियां, सूचना अधिकार, चरित्र सत्यापन, और शासन से प्राप्त संदर्भों पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन और सेवा अधिकार अधिनियम से जुड़े मामलों में तय समय-सीमा के अंदर कार्रवाई पूरी करने पर जोर दिया, ताकि आम नागरिकों को समय पर लाभ मिल सके।
सभी उप जिलाधिकारियों को हर महीने अपने क्षेत्र में किए गए कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट जमा करने के लिए भी कहा गया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह, एसडीएम सदर मनजीत सिंह, एसडीएम धारचूला जितेंद्र वर्मा, एसडीएम डीडीहाट खुशबू पाण्डेय, तहसीलदार पिथौरागढ़ विजय गोस्वामी, अन्य तहसीलदार, नायब तहसीलदार और कलेक्ट्रेट के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।