प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि क्षेत्र के लिए 35,440 करोड़ की दो बड़ी योजनाएँ लॉन्च की; पिथौरागढ़ भी राष्ट्रीय कार्यक्रम से जुड़ा

पिथौरागढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली में आयोजित एक विशेष कृषि कार्यक्रम में कृषि क्षेत्र के विकास के लिए 35,440 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर देश भर के किसानों से संवाद किया गया और जनसभा को संबोधित किया गया।
इस राष्ट्रीय कार्यक्रम से जनपद पिथौरागढ़ भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ा। पिथौरागढ़ में विकास भवन सभागार के साथ-साथ समस्त विकास खण्ड मुख्यालयों, केवीके गैना और सहकारिता विभाग की सभी समितियों में भी कार्यक्रम का लाईव प्रसारण किया गया।

मुख्य घोषणाएँ एवं योजनाएँ

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दो महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ किया:
👉 पीएम धन धान्य कृषि योजना: 24,000 करोड़ की लागत से शुरू हुई इस योजना का लक्ष्य 100 चयनित जिलों में कृषि उत्पादकता बढ़ाना, फसल विविधीकरण, सिंचाई सुविधाओं को सुदृढ़ करना, भंडारण अवसंरचना का विकास करना और किसानों को ऋण की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
👉 मिशन फॉर आत्मनिर्भरता इन पल्सेस: 11,440 करोड़ की लागत वाली इस योजना का मुख्य उद्देश्य दाल उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना, खेती का क्षेत्र बढ़ाना, मूल्य श्रृंखला को सशक्त बनाना तथा फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करना है।
5,450 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं अन्य विकास कार्य
प्रधानमंत्री ने 5,450 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया और उन्हें राष्ट्र को समर्पित किया। इनमें बेंगलुरु और जम्मू-कश्मीर में कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण केंद्र, अमरेली व बनास में उत्कृष्टता केंद्र, असम में आईवीएफ लैब, मेहसाणा, इंदौर और भीलवाड़ा में मिल्क पाउडर संयंत्र शामिल हैं। साथ ही, तेजपुर (असम) में फिश फीड प्लांट और विभिन्न राज्यों में कोल्ड चेन अवसंरचना का भी शुभारंभ हुआ।
इसके अतिरिक्त 815 करोड़ की परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी गई, जिनमें आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड (ट्राउट फिशरीज), नागालैंड, पुडुचेरी और ओडिशा में कृषि, मत्स्य एवं खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े विकास कार्य शामिल हैं।
इस अवसर पर सरकार ने कृषि क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जिनमें 10,000 किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) में 50 लाख किसानों की सदस्यता, राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन के अंतर्गत 50,000 किसानों का प्रमाणन, और 10,000 पीएसीएस का प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र एवं कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में रूपांतरण शामिल है। कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने प्रमाणित किसानों, मैत्री तकनीशियनों एवं परिवर्तित पीएसीएस प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और दाल उत्पादक किसानों से संवाद भी किया।

विकास भवन सभागार में जनपद के किसान, दर्जा राज्यमंत्री गणेश भंडारी, नगर निगम पिथौरागढ़ की मेयर कल्पना देवलाल, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास आशीष पुनेठा, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र चौधरी, मुख्य उद्यान अधिकारी अभिनव टम्टा सहित कृषि, बागवानी एवं पशुपालन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री का संबोधन सुना।