जिला पंचायत बोर्ड बैठक: जनप्रतिनिधियों का फूटा गुस्सा, डीएम ने अधिकारियों को लगाई कड़ी फटकार; बोले- ‘जनहित सर्वोपरि, लापरवाही बर्दाश्त नहीं’

पिथौरागढ़। जिला पंचायत सभागार में आज जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित सामान्य/बोर्ड बैठक हंगामेदार रही। बैठक में जनपद के विभिन्न विकास कार्यों एवं क्षेत्रीय समस्याओं की विस्तृत समीक्षा की गई, जहां जिला पंचायत सदस्यों ने विद्युत कटौती, पेयजल संकट, सड़क निर्माण में विलंब और स्वास्थ्य-शिक्षा सेवाओं में कमी जैसे गंभीर मुद्दों पर विभागीय अधिकारियों को जमकर घेरा। जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों द्वारा फोन रिसीव न करने और समस्याओं पर तत्परता न दिखाने पर कड़ा ऐतराज दर्ज कराया, जिसके बाद जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
बैठक के दौरान जिला पंचायत सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों में व्याप्त समस्याओं को प्रमुखता से उठाया, जिनमें लंबी विद्युत कटौती, पेयजल आपूर्ति में बार-बार बाधा, तकनीकी दिक्कतों के कारण लिफ्ट पेयजल योजनाओं का ठप होना, सड़क निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों में अनावश्यक विलंब, चिकित्सा सेवाओं में कमी तथा विद्यालयों में शिक्षकों की अनुपलब्धता जैसे गंभीर मुद्दे शामिल थे।
जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिला पंचायत जनता की आवाज़ का सबसे मजबूत मंच है, इसलिए विभागीय अधिकारी जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान में तत्परता रखें और समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जनता की समस्याओं का त्वरित निवारण ही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
जनप्रतिनिधियों के आक्रोश और अधिकारियों के प्रति शिकायत पर जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने गंभीर संज्ञान लिया। उन्होंने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे जनप्रतिनिधियों के कॉल और संदेशों का तुरंत उत्तर देना सुनिश्चित करें। डीएम ने निर्देश दिए कि विद्युत एवं पेयजल समस्याओं को केवल कागजों पर नहीं, बल्कि फील्ड निरीक्षण कर शीघ्र दूर किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने सभी विभागों को साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया और चेतावनी दी कि कार्य में देरी या लापरवाही पर अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
अध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद एवं उपाध्यक्ष दीपिका चुफाल ने एक स्वर में दोहराया, “जनहित सर्वोपरि है — किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” उन्होंने विभागीय कार्ययोजनाओं की समीक्षा करते हुए समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन लिया। विद्युत विभाग, जल निगम, जल संस्थान सहित सभी संबद्ध विभागों ने अपनी कार्ययोजनाएँ सदन के समक्ष प्रस्तुत कीं और समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन दिया।
जिलाधिकारी भटगांई ने आश्वस्त किया कि सदन में उठाई गई प्रत्येक जनसमस्या को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाएगा तथा सभी विभाग पारदर्शिता व जवाबदेही के साथ कार्य करेंगे। बैठक में जिला पंचायत सदस्य, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।