पिथौरागढ़। कुमाऊँ मण्डल के आयुक्त दीपक रावत ने आज अपने दो दिवसीय पिथौरागढ़ भ्रमण के दौरान प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी पहल ‘जन–जन की सरकार, जन–जन के द्वार’ अभियान का विकास खंड बिण की न्याय पंचायत दौला से विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने करोड़ों की लागत से बन रहे निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज और बेस अस्पताल का भी स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को परखा।

जनता के द्वार पहुँची सरकार: 800 से अधिक ग्रामीणों ने उठाया लाभ
न्याय पंचायत दौला में आयोजित भव्य शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। आयुक्त ने स्पष्ट किया कि यह अभियान कोई औपचारिकता नहीं, बल्कि जनसमस्याओं के स्थायी समाधान का सशक्त माध्यम है। शिविर में विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि पात्र व्यक्तियों का ‘ऑन-द-स्पॉट’ पंजीकरण कर उन्हें तुरंत लाभान्वित किया जाए। शिविर में 800 से अधिक ग्रामीणों ने अपनी समस्याएँ रखीं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। आयुक्त ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए।
45 दिनों तक चलेगा अभियान, अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य
शासन के निर्देशानुसार यह अभियान 17 दिसंबर से अगले 45 दिनों तक पूरे प्रदेश में चलेगा। पिथौरागढ़ की सभी 64 न्याय पंचायतों में सप्ताह में 2 से 3 दिन विशेष शिविर लगेंगे। जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि पिथौरागढ़ में इस अभियान को 45 दिनों के बाद भी निरंतर जारी रखा जाएगा। आयुक्त ने कड़ी चेतावनी दी कि शिविरों में सभी विभागीय अधिकारियों की व्यक्तिगत उपस्थिति अनिवार्य है, लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण: 85% कार्य पूरा
इससे पूर्व, आयुक्त दीपक रावत ने मोस्टामानू (चंडाक) स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्यों का जायजा लिया। 760 करोड़ रुपये की इस महापरियोजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने पाया कि लगभग 85% कार्य पूर्ण हो चुका है। गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने स्वयं बजरी, रेत, पाइप और ईंटों की जाँच की। उन्होंने कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए कि भविष्य की स्वास्थ्य सुविधाओं को देखते हुए निर्माण में मानक और सुरक्षा से कोई समझौता न किया जाए।

बेस अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को परखा
आयुक्त ने बेस चिकित्सालय का भी औचक निरीक्षण किया। उन्होंने डॉक्टरों की उपस्थिति और अस्पताल की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण उपचार देना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर डॉक्टरों की अनुपलब्धता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कार्यक्रम में दर्जा राज्यमंत्री गणेश भंडारी, जिला पंचायत अध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद, मेयर कल्पना देवलाल, भाजपा जिलाध्यक्ष गिरीश जोशी, जिलाधिकारी आशीष भटगांई, पुलिस अधीक्षक रेखा यादव, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. दीपक सैनी, अपर जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष नबियाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
