पिथौरागढ़। कलेक्ट्रेट सभागार में आज आयोजित साप्ताहिक जनसुनवाई में विभागीय लापरवाही को लेकर जिलाधिकारी आशीष भटगांई का सख्त रुख देखने को मिला। जनसुनवाई में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से 45 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें कई मामलों में अधिकारियों की उदासीनता उजागर हुई।

जनसुनवाई के दौरान सिलपाटा निवासी सेवानिवृत्त ट्रैक चालक फकीर लाल ने लोक निर्माण विभाग की गंभीर लापरवाही का मामला सामने रखा। उन्होंने बताया कि जनवरी 2025 में हृदयाघात के बाद बरेली के एक निजी अस्पताल में उपचार कराना पड़ा। गोल्डन कार्ड की सुविधा न मिलने से पूरा खर्च स्वयं वहन करना पड़ा। उपचार से जुड़े सभी बिल समय पर विभाग में जमा किए गए, जो स्वीकृत होने के बाद भी जानबूझकर रोक लिए गए और बाद में गुम होने की बात कही गई। डुप्लीकेट बिल जमा करने के बावजूद भुगतान नहीं किया गया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व संबंधित लेखाकार को कड़ी फटकार लगाई और स्पष्ट निर्देश दिए कि भुगतान में अब किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही से आमजन का प्रशासन पर विश्वास कमजोर होता है।
जनसुनवाई में राशन कार्ड खोने, कन्याधन योजना की राशि न मिलने, सड़क मरम्मत, पेयजल, बिजली आपूर्ति, पेंशन, आयुष्मान कार्ड और प्रमाणपत्रों से जुड़ी शिकायतें भी सामने आईं। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए।
डीएम ने दो टूक कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जनसुनवाई का उद्देश्य केवल शिकायत सुनना नहीं, बल्कि पीड़ित को न्याय दिलाना है। कोई भी फरियादी निराश होकर न लौटे, यही प्रशासन की प्राथमिकता है।
