यहां स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे बगैर डिग्री के चल रही थी डॉक्टरी

सुशील खत्री
पिथौरागढ़। सीमांत में स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे कुछ लोग बगैर डॉक्टरी की डिग्री लेकर लोगों का इलाज कर रहे हैं। दो रोज पूर्व विण के मेडिकल सेंटर में संचालित क्लीनिक इसका ताजा उदाहरण है, लेकिन हैरानी में डालने वाली बात है कि स्वास्थ्य विभाग को इसकी भनक तक नहीं है। जबकि यह खेल जिला मुख्यालय में सीएमओ कार्यालय से महज दो से तीन किमी दूरी पर चल रहा था। यहां तक मेडिकल सेंटर भी बगैर लाइसेंस के संचालित मिला। अगर पुलिस की एसओजी और ड्रग कंट्रोलर विभाग इसका खुलासा नहीं करती तो संभावित मेडिकल स्टोर की आड़ में क्लीनिक का यह खेल आगे भी जारी रहता। ऐसे में बड़ा सवाल उठकर सामने आ रहा है कि क्लीनिक में इलाज के दौरान कोई अनहोनी होती तो उसका जिम्मेदार कौन होता। आमजन ने आशंका जताई है कि जनपद के अन्य इलाकों में भी ऐसे मेडिकल स्टोर की आड़ में क्लीनिकों का संचालन होने से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन ऐसे मामले जांच के बाद ही उजागर होंगे, लेकिन सवाल है कि जांच करेगा कौन, जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जिला मुख्यालय में ही नियमित जांच नहीं करते हैं तो धारचूला, मुनस्यारी, बेरीनाग, गणाई गंगोली तक आवाजाही कर कौन जांच करेगा। हालांकि बीते 18जुलाई को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जरूर निजी लेबों की जांच की थी, लेकिन यह जांच भी लंबे समय बाद देखने को मिली।
———–