दिल्ली।डेरावल नगर इलाके में रहने वाले एक बेटे ने पत्नी और अन्य के साथ मिलकर बुजुर्ग मां-बाप के फर्जी हस्ताक्षर कर उनके बैंक खाते से चार करोड़ रुपये निकाल लिए। माता-पिता को मामला की जानकारी दस साल बाद मिली। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में तहरीर दी है। पुलिस ने भी तहरीर के आधार पर आरोपी बेटे सहित बहु व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।पुलिस के मुताबिक, पीड़ित ओमप्रकाश सेठी और उनकी पत्नी संगीता सेठी डेरावल नगर स्थित बी-236 में परिवार के साथ रहते हैं। परिवार में बेटा मनीष सेठी, बहू ममता सेठी, नाती अभिनव सेठी के अलावा अन्य परिजन रवीश सेठी, मोना सेठी व अन्य हैं। एक बैंक की सब्जी मंडी शाखा में पीड़ित दंपती के दो अलग बचत खाते हैं। इसमें उन्होंने अच्छे भविष्य के लिए अपने रुपये जमा कर रखे थे, लेकिन गंभीर स्वास्थ्य कारणों से उनका बैंक में आना-जाना नहीं हो पा रहा था। हालत में सुधार होने पर 28 अप्रैल 2022 को पीड़ित बैंक गए थे। उन्होंने बैंक खाते में लेन-देन का ब्योरा निकाला तो खुलासा हुआ।दंपती ने बताया कि साल 2021 में उनका बैंक एक अन्य बैंक में मर्जर हो गया था, जिसके बाद नई चेकबुक जारी की गई थी। इसके बाद भी बैंक अधिकारी पुराने चेकबुक के चेकों पर भुगतान करते रहे। उन्होंने हस्ताक्षर की भी बारीकी से जांच नहीं की।पीड़ित 75 वर्षीय मां कैंसर के चौथे चरण की मरीज हैं और 76 वर्षीय पिता को मधुमेह, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियां हैं। मामले में बैंक अधिकारियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगा है।