तो क्या डिग्री कॉलेजों में 50 वर्ष से अधिक उम्र के तैनात प्राध्यापकों और कर्मचारियों को होना पड़ेगा सेवानिवृत्त 

हल्द्वानी। प्रदेश में उच्च शिक्षा में 50 वर्ष से अधिक उम्र के तैनात प्राध्यापकों और कर्मचारियों को भविष्य में न चाहते हुए भी सेवानिवृत्त होना पड़ सकता है। शासन-प्रशासन इसकी तैयारी कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग में 50 वर्ष से अधिक उम्र के प्राध्यापकों और अन्य कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की कवायद चल रही है। इसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी गठित भी की जा रही है। जिसके बाद प्राध्यापकों और अन्य कर्मचारियों को चिह्नित करने कवायद शुरू होगी। राज्य भर में 119 महाविद्यालयों में कई ऐसे प्राध्यापक और कर्मचारी हैं जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है। इनमें कई कार्मिक मेडिकल अवकाश पर हैं। अपर मुख्य सचिव डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 50 वर्ष से अधिक आयु के सरकारी सेवकों के अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक कर तत्काल सूचना शासन को उपलब्ध कराई जाए। इधर उच्च शिक्षा प्रभारी निदेशक डॉ. अंजू अग्रवाल का कहना है कि शासन से 50 वर्ष से अधिक उम्र के प्राध्यापकों और अन्य कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृति देने के लिए आदेश मिले हैं। अभी आदेश आया है। स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।