पिथौरागढ़। सरकारी तंत्र की लापरवाही के कारण रक्षाबंधन पर्व पर सैकड़ों बहनें अपने भाईयों के घर नहीं पहुंच सकी। दोपहर बंद हुई सड़क को बीआरओ अंधेरा होने तक भी नहीं खोल सका। बाद में कर्मचारी लोगों को बीच मझधार में ही छोड़कर चुपके से मशीन लेकर निकल गए। सोमवार को पिथौरागढ़-धारचूला एनएच में दोपहर ढाई बजे के करीब खिरचना के समीप भारी मात्रा में मलबा गिर गया। इससे इस मार्ग में आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई। दर्जनों वाहन बंद सड़क के कारण रास्ते में ही फंस गए। कुछ समय बाद बीआरओ कर्मी सड़क खोलने को मशीन लेकर मौके पर पहुंचे, लेकिन देर शाम आठ बजे तक भी सड़क में आवाजाही शुरू नहीं हो सकी। साढ़े पांच घंटे तक सैकड़ों यात्रियों को उम्मीद दी गई कि जल्द ही सड़क खुलेगी और वह अपने-अपने घरों को जा सकेंगे। लेकिन रात के अंधेरे में लोगों को रास्ते में ही छोड़कर बीआरओ कर्मी नौ दो ग्यारह हो गए। बीआरओ कर्मियों के इस रवय्ये से आमजन में आक्रोश व्याप्त है। वरिष्ठ पत्रकार महेश पाल का कहना है कि अगर समय रहते ही यात्रियों को सड़क न खुलने की जानकारी दी जाती तो वह अपनी व्यवस्था करते, अब रात के अंधेरे में वह छोटे-छोटे बच्चों को लेकर कहां जाएंगे। इधर डीडीहाट एसडीएम खुशबू पांडेय का कहना है कि पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं, इस कारण सड़क खोलने में दिक्कत हो रही है। रास्ते में फंसे लोगों की मदद के लिए पुलिस कर्मियों को मौके पर भेजा गया है।