काली और गोरी नदी के संगम पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया

पिथौरागढ़ /धारचूला।धारचूला में नेपाल सीमा पर काली और गोरी नदी के संगम स्थल पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय मेले में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम जिला अधिकारी विनोद गोस्वामी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ दीपक सैनी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख धन सिंह धामी ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।

भारत सरकार ने वर्ष 2021 में आदिवासी नेता बिरसा मुण्डा की जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में घोषित की थी। इस दिवस का उद्देश्य राष्ट्रीय इतिहास और संस्कृति में आदिवासी समुदायों के योगदान को याद रखना और आने वाली पीढ़ियों को सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय गौरव की रक्षा के लिए प्रेरित करना है।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जमूई बिहार से वर्चुअल माध्यम से जनजातीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि जनपद पिथौरागढ़ के तीन ग्राम धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना के तहत चयनित हुए हैं। इन ग्रामों में 11 मंत्रालयों के 17 इंटरवेंशन में कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

कार्यक्रम के दौरान राजी जनजाति के 84 व्यक्तियों को प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत आवास प्रदान किए गए और 9 ग्रामों में बहुउद्देशीय भवन का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा, राजी जनजाति के ग्रामों के लिए 4 सड़कों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है और 11 परिवारों को सोलर लाइट प्रदान की गई है। जनजातीय दिवस पर 11 लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड, तीन लाभार्थियों को टूल किट और तीन लाभार्थियों को महालक्ष्मी किट प्रदान किए गए। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

कार्यक्रम में मेलाधिकारी मनजीत सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी  हरक राम कोहली, लीला बनग्याल, के अलावा  जनजाति समुदाय लोग मौजूद रहे, मेले का संचालन करण थापा, संजू दताल किया।