धारचूला/ पिथौरागढ़। ऑल इण्डिया सेन्ट्रल काउन्सिल ऑफ ट्रेड यूनियन (ऐक्टू) से सम्बद्ध एनएचपीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन ने वेतन में चोरी के खिलाफ आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आगाज़ कर दिया है। यूनियन ने एनएचपीसी के धौलीगंगा परियोजना मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर धरना दिया। इससे एक दिन पहले, यूनियन ने शहर में एक मशाल जुलूस भी निकाला था।

बकाया वेतन का मामला गरमाया
यह पूरा मामला सितंबर 2023 से मार्च 2024 तक के बकाया वेतन वृद्धि से जुड़ा है। एनएचपीसी के धौलीगंगा परियोजना में काम करने वाले सैकड़ों संविदाकर्मियों का आरोप है कि वेतन वृद्धि की घोषणा के बावजूद, प्रबंधन ने आठ महीने की बढ़ी हुई रकम का भुगतान नहीं किया। मजदूरों ने इस मामले को क्षेत्रीय श्रमायुक्त कार्यालय में भी उठाया था, लेकिन प्रबंधन ने उनके आदेशों का भी पालन नहीं किया। इसके बाद, कर्मचारियों ने हड़ताल करने का फैसला किया।
हड़ताल से पहले निगालपानी, तपोवन, पावर हाउस, ऐलागाड़ और छिरकिला डैम में काम करने वाले सैकड़ों मजदूर तवाघाट रोड पर दोबाट के पास इकट्ठा हुए। वहां से यूनियन के अध्यक्ष उदय सिंह धामी, उपाध्यक्ष पदम थलाल, पूर्व महामंत्री और ऐक्टू के राज्य उपसचिव विनोद कुमार, अमर दुग्ताल, इंद्र कुमार, लक्ष्मण सिंह बोरा, कविराज धामी, बिमला बोहरा और जयंती के नेतृत्व में एक जुलूस निकाला गया। यह जुलूस परियोजना मुख्यालय पहुंचा और एक धरने में बदल गया।
‘जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, हड़ताल जारी रहेगी’
धरना स्थल पर वक्ताओं ने कहा कि यूनियन ने इस हड़ताल को टालने के लिए हर संभव प्रयास किया। उन्होंने प्रशासन से लेकर श्रम विभाग तक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन प्रबंधन आठ महीने की बकाया रकम देने को तैयार नहीं है। यूनियन के अध्यक्ष उदय धामी ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगों पर कोई समाधान नहीं निकलता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि संविदाकर्मी आपदा जैसी विषम परिस्थितियों में भी 72-72 घंटे तक काम करते हैं और अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी पर पहुंचते हैं, लेकिन उनके श्रम को नजरअंदाज किया जा रहा है।
प्रदर्शन में नरेन्द्र सिंह, पूरन सिंह, दान सिंह, मनोज सिंह, शान्ति देवी, बिमला और पूरी यूनियन मौजूद रही।