चंपावत। अपनी प्राकृतिक छटा और समृद्ध संस्कृति के लिए मशहूर चंपावत जिले ने आज अपना 29वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया। साल 1997 में पिथौरागढ़ से अलग होकर बने इस जिले ने पिछले 28 सालों में विकास, पर्यटन और सामाजिक उन्नति के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
स्थापना दिवस के मौके पर जिला सभागार में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के गणमान्य जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और नागरिकों ने भाग लिया। सभी ने मिलकर चंपावत को एक आदर्श जनपद बनाने की शपथ ली। इस दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव भी सामने आए, जिनका मकसद जिले को विकास के पथ पर और तेज़ी से आगे ले जाना है।

विकास का खाका तैयार करने पर जोर
गोष्ठी में वक्ताओं ने अलग-अलग क्षेत्रों में विकास की रूपरेखा पर अपने विचार साझा किए। पूर्व सूचना आयुक्त, अनिल पुनेठा ने एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने और उसके आधार पर काम करने की सलाह दी। पीएचडीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रंजीत मेहता ने इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी को मज़बूत करने की ज़रूरत पर बल दिया। सेतु आयोग के उपाध्यक्ष, राज शेखर जोशी ने कृषि क्षेत्र में ठोस और प्रभावी नीतियों को लागू करने पर ज़ोर दिया।
वहीं, दर्जा राज्य मंत्री, श्याम नारायण पांडे ने सीड कल्टिवेशन पर काम करने की बात कही, जबकि विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “आदर्श जनपद” के सपने को साकार करने के लिए तेज़ी से काम करने पर जोर दिया।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
गोष्ठी में शामिल कई लोगों ने चंपावत को एक एजुकेशन हब के रूप में विकसित करने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने का सुझाव दिया। इसके अलावा, चकबंदी सुधार लागू करने, फलों की प्रोसेसिंग यूनिट लगाने और स्थानीय उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग और ब्रांडिंग पर भी चर्चा हुई। यातायात प्रबंधन, सड़कों के नेटवर्क को सुधारने और पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी सबने सहमति जताई।
जिलाधिकारी ने की समन्वित प्रयासों की अपील
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप चंपावत को आदर्श जिला बनाने के लिए सभी विभागों और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जिले की प्राकृतिक, सांस्कृतिक और मानव संसाधनों का उपयोग करके इसे प्रदेश और देश में एक मॉडल के रूप में स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, कृषि और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में जिले ने लगातार प्रगति की है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में चंपावत को एजुकेशन हब, पर्यटन केंद्र और स्वरोजगार का केंद्र बनाने के लिए ठोस कार्ययोजना लागू की जाएगी। अंत में, उन्होंने सभी अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से जिले के समग्र विकास में सक्रिय रूप से योगदान देने की अपील की।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्य्क्ष प्रेमा पांडे, ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा, भाजपा जिला अध्यक्ष गोविंद सामंत, अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा और चम्पावत जिला संघर्ष समिति के अध्यक्ष बसंत तड़ागी सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति, पत्रकार और ग्रामीण मौजूद रहे।
