अल्मोड़ा। राजा आनंद सिंह राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में शादी करके लौटी छात्रा के लिए स्कूल प्रबंधन ने दरवाजे बंद कर दिए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विद्यालय ने 11वीं की एक छात्रा को यह कहकर कक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी कि उसके शादीशुदा होने से माहौल खराब हो सकता है।शहर के ही मोहल्ले नियाजगंज की सिमरन कक्षा आठ से जीजीआईसी में पढ़ रही हैं। सिमरन बालिग हैं। उन्होंने बताया कि 28 जुलाई को उनका निकाह हुआ। इससे वह 24 जुलाई से विद्यालय नहीं जा पाई। शादी के बाद तीन अगस्त को वह स्कूल पहुंचीं तो शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्या ने उन्हें कक्षा में नहीं बैठने दिया। स्कूल वालों की दलील थी कि शादीशुदा छात्रा को नियमित छात्रा के रूप में नहीं बैठा सकते हैं। इससे विद्यालय का माहौल खराब होगा। छात्रा से यहां तक बोल दिया कि उसे अब व्यक्तिगत परीक्षार्थी के बतौर पढ़ना होगा। प्रधानाचार्या और शिक्षिकाओं की ये अज़ब दलील सुनकर सिमरन और परिजन हैरत में पड़ गए। छात्रा ने बताया कि वह और उनकी सास ने शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्या से मुलाकात की। निवेदन किया कि वह स्कूल के सभी नियमों का पालन करेगी। इस पर प्रबंधन ने उन्हें उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर आने की बात कह दी। अब सिमरन मायूस हैं और घर पर बैठी हैं। इधर प्रधानाचार्य विजया पंत का कहना है कि स्कूल में छात्रा का नाम अब भी पंजीकृत है। शादी के बाद छात्रा से प्राइवेट तरीके से फार्म भरने को कहा गया था। ताकि किसी प्रकार का माहौल खराब न हो। शादी के बाद विद्यालय में प्रवेश का नियम है या नहीं इसकी जानकारी ली जानी है।