देहरादून। गैरसैंण में मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रदेश की कानून व्यवस्था का मुद्दा विधानसभा में खासा गरमाया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विपक्ष ने प्रदेश में कानून व्यवस्था के चौपट होने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस सरकार के खनन एजेंट के रूप में काम कर रही है। कानून व्यवस्था को कायम रखने के बजाए पुलिस निर्दोष लोगों का उत्पीड़न करने का काम कर रही है। कांग्रेस इस मुद्दे को काम रोको प्रस्ताव के तहत लाई थी, जिस पर विस अध्यक्ष ऋतु खंडूडी ने नियम 58 के तहत चर्चा करने की अनुमति दे दी।इधर धारचूला विधायक हरीश धामी ने पुलिस पर अपनी विस क्षेत्र के युवाओं को नशे के झूठे मामलों में फंसाए जाने का आरोप लगाया और जांच की मांग की। धामी ने कहा कि युवाओं को झूठे लालच देकर झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है।सदन में हरीश धामी ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनकी बात गलत निकली तो वह विधायकी से इस्तीफा दे देंगे और भविष्य में चुनाव भी नहीं लड़ेंगे। धामी ने यह भी कि एसओजी का एक सिपाही पिछले छह महीने से अपनी पत्नी के साथ लंदन में रह रहा है। एक सामान्य वेतनभोगी सिपाही भला ऐसे कैसे रह सकता है।