गरारी हादसे के बाद सख्ती: जिलाधिकारी ने लोनिवि अधिकारियों पर कसा शिकंजा

पिथौरागढ़। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने विगत दिवस रिलकोट में गौरी नदी पार करने के लिए लगाई गई गरारी वाले हादसे का संज्ञान लेते हुए एक आपातकालीन बैठक बुलाई। इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

हादसे की जांच और कार्रवाई

जिलाधिकारी ने हादसे की जांच के आदेश दिए और लोनिवि डीडीहाट की लापरवाही का संज्ञान लेते हुए सहायक अधिशासी अभियंता लोनिवि डीडीहाट मनोज नाथ और जेई गौरव चंद का अग्रिम आदेश तक वेतन आहरण पर रोक लगा दी। इसके अलावा, अधिशासी अभियंता आशुतोष से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।

गरारियों की जांच और मरम्मत के निर्देश

जिलाधिकारी ने लोनिवि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने कार्यक्षेत्र में आने वाली सभी गरारियों और झूलापुलों की जांच करें और उनकी मरम्मत कराएं। इसके अलावा, गरारियों पर डिस्प्ले बोर्ड लगाना भी सुनिश्चित करें।

भविष्य में लापरवाही न होने की हिदायत

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि भविष्य में लापरवाही की वजह से कोई भी हादसा हुआ तो जिम्मेदार अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे संबंधित विभागीय अधिकारियों से समन्वय बनाते हुए आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।

संबंधित अधिकारियों को दिए गए निर्देश

जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गरारियों की जांच और मरम्मत के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दें और इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके अलावा, उन्होंने सीपू और मारछा गांव में आवागमन हेतु एक अस्थाई पुल की व्यवस्था करने के निर्देश लोनिवि को दिए।