अल्मोड़ा। केंद्र सरकार ने पेंशनभोगियों के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है। अब पेंशनभोगी 1 से 30 नवंबर तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (DLC) अभियान 4.0 के तहत घर बैठे अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकेंगे। यह पहल डिजिटल इंडिया और ईज ऑफ लिविंग मिशन के तहत पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए की गई है।

इसी कड़ी में, 3 नवंबर को अल्मोड़ा के माल रोड स्थित हेड पोस्ट ऑफिस में डीएलसी कैंप का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पेंशनभोगी आसानी से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकेंगे। इस अभियान का लक्ष्य 2,000 से अधिक शहरों और कस्बों में 2 करोड़ पेंशनभोगियों तक पहुंचना है।
फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक से मिलेगी सहूलियत
इस अभियान में आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक पर विशेष जोर दिया जाएगा। इससे पेंशनभोगियों को बायोमेट्रिक उपकरणों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और वे अपने स्मार्टफोन के जरिए घर बैठे ही आसानी से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकेंगे। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की डोरस्टेप डीएलसी सेवा के माध्यम से अति-वरिष्ठ और दिव्यांग पेंशनभोगियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ‘मन की बात’ और संविधान दिवस संबोधन में डिजिटल भारत की नई पहलों जैसे डिजिटल प्रमाणपत्र द्वारा देशभर के वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन प्रक्रिया को आसान बनाने पर जोर दिया था।
अल्मोड़ा आएंगे भारत सरकार के परामर्शदाता
डीएलसी अभियान 4.0 के तहत फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से डीएलसी जमा करने वाले पेंशनभोगियों से बातचीत करने और डोरस्टेप डीएलसी सेवाओं व शिविरों का निरीक्षण करने के लिए श्री लालता प्रसाद पाल, परामर्शदाता, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग, भारत सरकार, 4 नवंबर, 2025 को अल्मोड़ा का दौरा करेंगे। वे इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक एवं भारतीय स्टेट बैंक, अल्मोड़ा द्वारा आयोजित शिविरों में भाग लेंगे और शिविरों के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करने के लिए बैंकों, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (डाक विभाग), यूआईडीएआई, एनआईसी और स्थानीय पेंशनभोगी कल्याण संघों के बीच समन्वय की समीक्षा करेंगे।
यह अभियान देश के सुदूर कोनों में रहने वाले पेंशनभोगियों के डिजिटल समावेशन के उद्देश्य से सभी प्रमुख हितधारकों – बैंकों, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, यूआईडीएआई, मेटी, एनआईसी, सीजीडीए, रेलवे तथा स्थानीय पेंशनभोगी कल्याण संघों के सहयोग से संचालित किया जाएगा।
