सीएम धामी ने कहा: ‘धर्म की ही होती है विजय’, भ्रष्टाचार रूपी रावण को जड़ से समाप्त करने का लिया संकल्प

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विजयदशमी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री देहरादून में वेलफेयर सोसाइटी द्वारा हिंदू नेशनल स्कूल में आयोजित दशहरा महोत्सव और रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए।
विजयदशमी का संदेश: असत्य पर सत्य की जीत
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि दशहरा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि हमारे जीवन में एक पाथेय (मार्गदर्शक) का कार्य करता है। उन्होंने कहा, “यह हमें सिखाता है कि चाहे असत्य कितना भी बलवान क्यों न हो, उसकी पराजय निश्चित है। यह बताता है कि शक्ति और ज्ञान का दुरुपयोग अंततः पतन की ओर ही ले जाता है।”
उन्होंने भगवान श्रीराम के जीवन को मर्यादा, धर्म और कर्तव्य का अद्भुत उदाहरण बताते हुए कहा कि उनके आदर्श हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। सीएम ने जोर देकर कहा कि धर्म की रक्षा के लिए कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न आएँ, विजय सदैव धर्म की ही होती है।
‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा’
मुख्यमंत्री धामी ने इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने का उल्लेख किया और कहा, “मेरे जैसे करोड़ों लोगों के लिए संघ की विचारधारा और प्रेरणा ही राष्ट्र कार्य करने की शक्ति है।” उन्होंने इस आयोजन के प्रणेता राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष श्री नरेश बंसल को भी साधुवाद दिया।
सांस्कृतिक और धार्मिक गौरव: प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर
सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर हमारे युग का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और धार्मिक गौरव बन गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर, मेले और पर्व न केवल हमारी सनातन संस्कृति में अटूट आस्था के प्रतीक हैं, बल्कि पर्यटन और रोजगार का भी सशक्त माध्यम हैं, जिन्हें सरकार बड़े स्तर पर आयोजित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
सख्त फैसले: जिहाद और नकल माफिया पर वार
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करते हुए उनकी सरकार ने लैंड जिहाद, लव जिहाद, थूक जिहाद, धर्मांतरण जिहाद सहित कई बुराइयों को प्रदेश से समाप्त करने का दृढ़ संकल्प लिया है। उन्होंने दंगारोधी कानून का उल्लेख करते हुए बताया कि दंगाइयों की संपत्ति जब्त कर उनसे ही नुकसान की भरपाई कराई जा रही है।
युवाओं के भविष्य की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि नकल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। उन्होंने हाल ही में सामने आए नकल के एक मामले पर एसआईटी (SIT) जांच का गठन करने और सीबीआई जांच की मांग पर युवाओं से मुलाकात कर उनकी न्यायोचित मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया।
शिक्षा में परिवर्तन: मदरसा बोर्ड समाप्त करने का निर्णय
शिक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव का संकेत देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नया कानून लागू कर मदरसा बोर्ड को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। इस कानून के बाद 1 जुलाई 2026 से केवल वही मदरसे संचालित हो पाएंगे, जिनमें सरकारी बोर्ड द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। उनका प्रयास है कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और बच्चों को “500 साल पुरानी कबीलाई मानसिकता की ओर न धकेला जाए।”
भ्रष्टाचार रूपी रावण पर ‘ज़ीरो टॉलरेंस’
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए उनकी सरकार राज्य से भ्रष्टाचार रूपी रावण को जड़ से समाप्त करने के लिए ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ की नीति के साथ संकल्पित होकर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार आईएएस और पीसीएस स्तर के अधिकारियों सहित पिछले तीन वर्षों में भ्रष्टाचार में लिप्त 200 से अधिक लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की गई है।
उन्होंने अंत में कहा कि “विकल्प रहित संकल्प” को पूर्ण करते हुए उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाना उनका लक्ष्य है, जिसके लिए उन्होंने सभी से सत्य, ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता जैसे मूल्यों को अपनाकर एक सशक्त समाज की नींव रखने का आह्वान किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल और विधायक  खजान दास सहित कई जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।