पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के नैनी-सैनी एयरपोर्ट को बड़ी सौगात मिली है। स्थानीय हवाई अड्डे को 42 सीटर (2C) से 72 सीटर (3C) श्रेणी में उच्चीकृत (अपग्रेड) करने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर दी गई है। यह कदम न केवल सीमांत जनपद पिथौरागढ़, बल्कि पूरे कुमाऊँ मंडल के लिए हवाई संपर्क सुविधाओं के विस्तार और पर्यटन तथा क्षेत्रीय विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
उत्तराखंड शासन से सैद्धांतिक सहमति मिलने के उपरान्त, जिला प्रशासन ने इस दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ाए हैं। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर, जिला प्रशासन ने आवश्यक तकनीकी सर्वेक्षण को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है।
वर्तमान में, नैनी-सैनी एयरपोर्ट से 42 सीटर विमानों का संचालन होता है, लेकिन अपग्रेडेशन पूर्ण होने के पश्चात यहां 72 सीटर क्षमता वाले विमानों का संचालन संभव हो सकेगा।
इस उच्चीकरण के पीछे मुख्य उद्देश्य कुमाऊँ मंडल में हवाई कनेक्टिविटी को मज़बूत करना और पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। उम्मीद है कि बड़ी क्षमता के विमानों के संचालन से पिथौरागढ़ और आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा तथा स्थानीय लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा मिलेगी। उच्चीकरण की प्रक्रिया के अंतर्गत आवश्यक निर्माण और तकनीकी कार्यवाही ज़ोरों पर है।

